बाबा जी आये तेरे लाल, खोल बूए मन्दिरा दे .....२ आई पवन वाली चाल, खोल बूए मन्दिरा दे चन्दन दी चौकी उत्ते आन बिराजो, पूछो नियानयां दा हाल, खोल बूए मन्दिरा दे बाबा जी आये तेरे लाल, खोल बूए मन्दिरा दे..... चांदी दी कौली विच जोत जगावां, हो जा बाबा दयाल,खोल बूए मन्दिरा दे बाबा जी आये तेरे लाल, खोल बूए मन्दिरा दे..... केसर दा मैं तिलक लगावां तक तक होवा निहाल, खोल बूए मन्दिरा दे बाबा जी आये तेरे लाल, खोल बूए मन्दिरा दे..... हथ करेबी विच परशादा खडौणयां दा भरया ए थाल, खोल बूए मन्दिरा दे बाबा जी आये तेरे लाल, खोल बूए मन्दिरा दे..... ऐ बेनती तेरे बच्चयां दी बाबा आये ए दिन हर साल, खोल बूए मन्दिरा दे बाबा जी आये तेरे लाल, खोल बूए मन्दिरा दे.....|| |