कभी वीर बनके, महावीर बनके,
चले आना दरश मोहे दे जाना। ......२ तुम ऋषभ रूप मे आना, तुम अजीत रूप मे आना, सम्भवनाथ बनके, अभिनन्दन बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना। कभी वीर बनके, महावीर बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना।..... तुम सुमति रूप मे आना, तुम पद्म रूप मे आना, सुपार्श्वनाथ बनके, चंद्रप्रभु बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना। कभी वीर बनके, महावीर बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना।..... तुम सुविधि रूप मे आना, तुम शीतल रूप मे आना, श्रेयांसनाथ बनके, वासुपूज्य बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना। कभी वीर बनके, महावीर बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना।..... तुम विमल रूप मे आना, तुम अनंत रूप मे आना, धर्मनाथ बनके, शांतिनाथ बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना। कभी वीर बनके, महावीर बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना।..... कुंथुनाथ रूप मे आना, तुम अरह रूप मे आना, मल्लिनाथ बनके, मुनिसुव्रत बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना। कभी वीर बनके, महावीर बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना।..... नमी नाथ रूप मे आना, नेमी नाथ रूप मे आना, पार्श्वनाथ बनके, वर्धमान बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना। कभी वीर बनके, महावीर बनके, चले आना दरश मोहे दे जाना.....|| |